शब्द : रोमांचकरः
हिन्दी : रोमांचकर
अंग्रेजी : electrifying, thrilling, exciting, stimulating, stirring
विलोम : नीरस, boring, dull, monotonous
शब्दप्रकार : विशेषण
विवरण : उत्तेजित करने वाला, सिहरा देने वाला
सूत्र 21 :
क्िङति च
।। 01/01/05 ।।
अर्थ : गित्, कित् और ङित् प्रत्यय के परे होने पर भी इक् के स्थान में गुण और वृद्धि नहीं होती है ।
उदाहरण : गिति - जिष्णुः । जीतने वाला । भूष्णुः । सत्तावाला ।
किति - चितः, चितवान् । चयन किया । स्तुतः, स्तुतवान् । स्तुति की । मृष्टः, मृष्टवान् । शुद्ध किया ।
ङिति - चिनुतः । वे दोनों चुनते हैं । चिन्वन्ति । वे सब चुनते हैं ।
सूक्ति :
अधिगतपरमार्थान् पण्डितान् मावमंस्था-
स्तृणमिवलघुलक्ष्मीर्नैव तान् संरुणद्धि ।
अभिनवमदलेखाश्यामगण्डस्थलानाम्,
न भवति विसतन्तुर्वारणं वारणानाम् ।। 17 ।।
अर्थ : शास्त्रों के वास्तविक मर्म को समझाने वाले विद्वानों का अपमान न करें । तुच्छ तिनके के समान धन उन्हें अपने वश में नहीं कर सकता । नई मदरेखा से सुशोभित काले गण्डस्थल वाले हाथी को क्या कमल के नाल से बांधकर रोका जा सकता है ।।
ग्रन्थ : नीतिशतकम्
रचित : भर्तृहरि
लो./मु. :
श्वा यदि क्रियते राजा स किं नाश्नात्युपानहम् ।
आदत सिर के साथ जाती है ।
unavailable
अर्थ : यदि कुत्ते को राजा भी बना दिया जाए तो क्या वह जूते काटना छोड देता है अर्थात् नहीं छोडता है ।
प्रयोग :
Flowers (पुष्पाणि)
जपा के फूल, जपाकुसुम